पुलिस पर मेरी सोच By Ehasan Sabri
पुलिस पर मेरी सोच इनकी सुबह होती ना..ना होती है इनकी शाम मेरी पीड़ा बस इतनी ..इनको मिलता नहीं क्यूँ सम्मान ये कैसा गौर है..ये कैसा शौर है ये करते है पहरेदारी..फिर भी ये ही चोर है हम मनाते ईद दीवाली..रहकर अपनों के साथ छोड़ फॅमिली करते रक्षा ..हम पर हो …