लंदनः 'द थॉमसन रिट्यूर्स फाउंडेशन' द्वारा किए गए एक सर्वे में भारत में महिलाओं को लेकर शर्मनाक खुलासा किया गया है। इस सर्वे के मुताबिक महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देशों में भारत नंबर वन पर है। आतंकवाद से प्रभावित अफगानिस्तान और युद्धग्रस्त सीरिया क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर है। इस लिस्ट में पाकिस्तान नंबर 6 पर है, जबकि अमरीका दसवें नंबर पर। इस सर्वे में महिलाओं के अधिकारों पर काम करने वाले करीब 550 एक्सपर्ट्स शामिल हुए थे। इन्हें 193 देशों में महिलाओं के लिए बदतर देशों में टॉप 10 रैंक देने को कहा गया था।
महिला आयोग ने किया रिपोर्ट को खारिज
वहीं महिला आयोग की कार्यवाहक अध्यक्ष रेखा शर्मा ने सर्वेक्षण रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि इस सर्वेक्षण का दायरा बहुत छोटा था और इसे पूरे देश के प्रतिनिधित्व के तौर पर नहीं देखा जा सकता। उन्होंने किसी देश का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘भारत में महिलाएं मुद्दों को लेकर अवगत है और ऐसा नहीं हो सकता कि किसी सर्वेक्षण में भारत को पहले स्थान पर रखा जाए। इस सर्वेक्षण रिपोर्ट में जिन देशों को भारत के बाद स्थान दिया गया है वहां महिलाओं को सार्वजनिक तौर पर बोलने की इजाजत तक नहीं है।
ये 6 देश टॉप पर रहने की ये हैं वजह
भारतः सेक्सुशल वॉयलेंस की घटनाएं बढ़ी हैं। नेशनल क्राइम ब्यूरो के अनुसार यहां रोजाना 100 से भी अधिक सेक्शुअल हैरासमेंट के केस दर्ज होते हैं। इसके अलावा कल्चरल और ट्रेडिशनल प्रैक्टिस और महिलाओं की बढ़ती तस्करी अन्य दो वजह हैं।
अफगानिस्तानः महिलाओं पर नॉल सेक्सुशल वॉयलेंस, स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी और आर्थिक संसाधनों का अभाव।
सीरियाः सात साल के गृहयुद्ध के कारण महिलाओं की स्थिति काफी दयनीय हुई है। महिलाओं की स्वास्थ्य सुविधाओं तक कोई पहुंच नहीं।
सोमालिया: 1991 से यहां गृहयुद्ध चल रहा है। इससे महिलाएं अनसेफ फील करती हैं। ट्रेडिशनल कल्चर की वजह से भी महिलाएं परेशान।
सऊदी अरब : कार्यस्थलों पर महिलाओं के साथ भेदभाव। सांस्कृतिक व धार्मिक परम्पराओं के कारण महिलाएं अनसेफ।
पाकिस्तान : सांस्कृतिक और धार्मिक परम्पराओं, ऑनर किलिंग और घरेलू हिंसा के मामलों के कारण वहां महिलाओं की स्थिति अच्छी नहीं है। इसलिए उसे छठे स्थान पर रखा गया है।